shani se kaise bache in hindi

शनि के प्रभाव से कैसे बचे (shani se kaise bache in hindi)

शनि को अपना मित्र कैसे बनाए।shani se kaise bache in hindi

shani se kaise bache in hindi- परमात्मा ने जीवन आनंदित रहने के लिए दिया है । जाने-अनजाने हमसे ऐसे कर्म हो जाते है जिससें हमें दुखी होना पड़ता है।

शनि की साढेसाती चल रही है तथा शनि की महादशा चल रही है सुनते ही व्यक्ति घबरा जाता है।

लोगों के मन में शनि का ड़र बैठा हुआ है। शनि आपको अच्छा फल देगा या बुरा यह सब आप पर आश्रित है।

आप पर जो व्यक्ति आश्रित हो उसका कारण शनि है यदि आपने अपने पर आश्रित लोगों से अच्छा व्यवहार किया उन्हें खुश रखा तो शनि उच्च की तरह अच्छा फल देगा ।

आप पर आश्रित लोगों को तकलीफ दी उनका दिल दुखाया तो निश्चित मानिये की शनि नीच की तरह फल देगा अर्थात साढ़ेसाती व शनि की महादशा आपको परेशान करने वाली होगी।

पत्नी यदि नहीं कमाती है अर्थात गृहिणी है तो वह आप पर आश्रित गिनी जाएंगी । पत्नी के साथ आप अच्छा व्यवहार रखेंगे तो पत्नी खुश रहेगी तथा शनि अच्छा फल देगा।

पिता न होने पर माता आप पर आश्रित गिनी जाएंगी तथा उसको खुश रखना भी शनि को अच्छा करेगा।shani se kaise bache in hindi

पिता भी नहीं कमाते है तथा आप पर आश्रित है तो शनि को अच्छा करने के लिए पिता से अच्छा व्यवहार करें। घर में या फैक्ट्री में आपके पास जो नौकरी करता है।

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वह भी शनि का प्रतिनिधी होता है श्रमिक या नौकरो से अच्छा व्यवहार करे उनसे प्रेम से काम करवाए तो काम भी अच्छा होगा तथा जीवन में दुख नहीं आएगा।

कई बार देखा गया है बॉस अपने कर्मचारियों पर चिखते चिल्लाते रहते है उनका मानना है कि डॉटने से कर्मचारी अच्छा कार्य करेंगे। चाहे आप अन्दर से क्रोध नहीं करते हो तथा क्रोध का अभिनय ही करते हो तो भी आपके लिए बुरा है।

मेरे एक मित्र शालीन स्वभाव के है परन्तु जब में उनके ऑफिस पहुंचा तो मैने देखा की वह अपने कर्मचारियों पर चिल्ला रहे थे।

लाल किताब के उपाय शनि से बचने के लिए नीचे दिए है

मैने जब एकान्त में उनसे पुछा तो उन्होंने बताया कि जब तक डॉटा ना जाए कर्मचारी अच्छा काम नहीं करते है इसलिए में अंदर से गुस्सा नहीं होता केवल गुस्से का अभिनय करता हूं।

मैंने उन्हे सचेत किया कि खाली अभिनय से भी आपको वहीं परिणाम प्राप्त होंगे जो सचमुच का गुस्सा करने पर होते है।

क्योकिं आप दौड़ नहीं रहे है तथा दौड़ने की कल्पना करते है तो भी शरीर में वहीं चेंज आते है जो सचमुच दौड़ने पर होते है।

कामुक विचार आते है शरीर में चेंज आने चालु हो जाते है तथा हार्मोंस अपने कार्य करना शुरू कर लेते है परन्तु मेरे मित्र ने मेरी बात नहीं मानी तथा आज उन्हे ब्लड़प्रेशर की समस्या है

हॉर्ट में प्रोब्लम्स के कारण दो बार उन्हें हॉस्पीटल भी जाना पड़ा है। शनि चचेरा,ममेरा व मौसेरा भाई का भी कारक है यदि उनसें सम्बन्ध बिगाड़ोगे तो भी शनि दुख देगा क्योकिं शनि दुख का कारक है।

यदि आप नेता है तो शनि जनता का कारक है जनता ने आपको चुना है आप जनता का हित नहीं करेंगे तो निश्चित मानिये की साढ़ेसाती में आप दुखी हो जाएंगे।

शनि यदि अच्छा फल देगा तो दीर्घायू बनायेगा। शनि आजीविका उपलब्ध कराता है । घोड़ा,हाथी,बकरियाँ,भैसे,कुत्ता आदि का ध्यान रखने पर अर्थात उनकों खाना देने व प्यार करने पर शनि अच्छा फल देता है।

शनि एकान्त प्रिय बनाता है तथा एकान्त में ही व्यक्ति चिन्तन करने से अच्छे बुरे की समझ विकसित होती है । आत्म शक्ति का विकास भी एकान्त मे ही होता है।

शनि को ठीक रखने के लिए मजदुर और चाचा के साथ अच्छा सम्बन्ध बनाकर रखे कभी मजदुर की मजदुरी न मारे।

* शनि अशुभ फल दे रहा है तो शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए लाल किताब के निम्न उपाय करें।

1) शनि प्रदोष व्रत करना चाहिए। कृष्ण पक्ष की प्रयोदशी यदि शनिवार को हो तो यह व्रत उत्तम फल देने वाला होता है।

इस व्रत में दिन भर उपवास कर सायं प्रदोष मे भगवान शंकर की पूजा-आराधाना पश्चात भोजन करना चाहिए।

2) 43 दिन तक कौओ को रोटी ड़ाले।

3) अपने भोजन से गाय,कुत्ता व कौए को रोटी का एक-एक टुकड़ा दे।

4) शनिवार को तेल में छाया देखकर दान करे।

5) लोहे या काले उड़द का दान करे।

6) लोहे के या काले नमक के दो टुकड़े लेकर शनिवार को एक टुकड़ा बहते पानी में बहा दे तथा दुसरा टुकड़ा आजीवन संभाल कर रखे।

7) तेल एवं शराब पेड़ों की जड़ में डाले।

8) नीलम,जामुनियाँ अथवा कटैला मध्यमा अंगुली में धारण करे । ध्यान रहे नंगो को बिना ज्योतिषी की सलाह के न धारण करे।

9) मध्यमा अंगुली में लोहे की अंगुठी धारण करे।

10) महा मृत्युजय मंत्र का जाप करें।

11) शनि को तेल चढ़ावे।

12) हनुमान की मुर्ति का उठा हुआ पैर जिसके नीचे शनि दबा हुआ है पर तेल चढ़ावें।

13) सरसो के तेल से भरा हुआ पात्र दान करें।

14) हनुमान चालिसा का पाठ करें।

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