how to help someone in hindi

मदद करने से अच्छा लगता है, लेकिन कैसी मदद ? (how to help someone in hindi)

how to help someone in hindi-मदद करने से अच्छा लगता है ये तो सभी जानते हैं लेकिन मदद कैसी ? ये जानना भी तो जरूरी है. मदद कई तरह की होती है. पैसों की, सामान की, दिलासों की और किसी के सिर को कंधा देने की.

किसी को पैसे देकर देखिए क्या आपको अच्छा लगा. ज्यादातर मामलों में इसका जवाब नहीं होगा. यही बात बाकी चीजों पर तब तक मायने रखती है जब तक कि मदद पाने वाला वाकई मदद का हकदार न हो.

क्या आपको मदद करने से अच्छा लगता है-how to help someone in hindi

हममें से कई लोग अक्सर लोगों की मदद करते हैं. भीख मांगने वाले बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों को पैसे देकर, सड़क किनारे सामान बेचने वालों से सामान न लेकर भी पैसे देकर, कभी किसी को अस्पताल पहुंचा दिया वगैरह वगैरह.

लेकिन आप यकीन मानिए आपको मदद की खुशी तब तक नहीं मिलेगी जब तक कि मदद पाने वाला वाकई उस मदद का हकदार न हो और मदद करने वाला दिल से उसकी मदद न कर रहा हो

एक किस्सा याद आ रहा है. एक सज्जन की 10 साल बच्ची का जन्मदिन था. हमारे परिचित थे तो हम भी बुलाए गए. हमने भी तैयारी की. बच्ची को ये गिफ्ट देंगे वो गिफ्ट देंगे. जैसा कि आमतौर पर होता है.

शाम हो ही रही थी अचानक उनका फोन आया भाईसाहब, हमें वृद्धाश्रम पहुंचना है. बिटिया कह रही है वहीं बर्थडे मनाएंगे. हैरानी हुई. बिटिया कह रही है कि बुजुर्गों के साथ जन्मदिन मनाना है. खैर, मन को अच्छा लगा.

मदद का सही अर्थ यदि कहें तो मन, वचन और कर्म से की गई सेवा ज्यादा सही लगता है.

हम जन्मदिन में पहुंचे. पहुंचते ही मित्र से पूछा ये अचानक वृद्धाश्रम? उन्होंने कहा कि पिछले दिनों स्कूल की तरफ से बच्ची किसी कार्यक्रम के सिलसिले में यहां आई थी. इस दौरान कई बुजुर्गों से उसकी बात हुई. उसे उनका साथ इतना भाया कि उसने तभी फैसला कर लिया था कि जन्म दिन यहीं मनाएगी.

जन्मदिन शुरू हुआ. धूमधाम से मनाया गया. सबने खिलकर इसमें हिस्सा लिया. मैंने देखा वहां मौजूद हर शख्स के चेहरे पर एक अलग खुशी का भाव था. जो किसी होटल या ढाबे में बर्थडे मनाने से कुछ अलग था.

बुजुर्गों को जैसे लग रहा था कि उनके लिए उमंगों का कोई उत्सव सा है. इस छोटी सी पहल ने दिलों को जो खुशी दी ये भी तो उस बच्ची की तरफ से की गई मदद ही थी.

हो तो ये भी सकता था कि बुजुर्गों को फल दे दिए जाते. वृद्धाश्रम को पैसे दे दिए जाते. लेकिन मदद का ये तरीका अलग था. दिल खिला देने वाला  था.

इस अनुभव ने ही मुझे ये लिखने के लिए प्रेरित किया.

वैसे जो लोग दूसरों की मदद करते हैं, उन्हें तनाव कम रहता है, मन शांत और आनंदित रहता था. वे अपनी आत्मा से ज्यादा जुड़ाव महसूस कर सकते हैं.

मदद का सही अर्थ यदि कहें तो मन, वचन और कर्म से की गई सेवा ज्यादा सही लगता है. एक छोटी सी मदद सबकुछ दे देती है. दूसरों के लिए सच्चे दिल से कुछ करने की ठानने भर से ही खुशी शुरू हो जाती है.

यकीन मानिए कुछ ऐसा करके देखिए तनाव के इस दौर में भी राहत महसूस जरूर करेंगे

Related Posts