दोषारोपण करना बंद करो
आज हम जिस मुद्दे पर बात कर रहे है वो है दोषारोपण करना मतलब किसी भी बात के लिए किसी और को जिम्मेदार ठहराना…
जैसा कि आप सभी जानते है कि सबसे ज्यादा दोषारोपण हम हमारे भाग्य जिसे आप किस्मत भी कहते हो उसे देते है…फिर जब इससे हमारा पेट भर जाए तो संसार के पालन हार को कोसना शुरू कर देते है मतलब कि परमात्मा…माना इन दोनो ने हमारी ज़िन्दगी का ठेका ले रखा हो…
हमारे साथ कुछ भी बुरा या गलत हुआ बस इनकी आ बनती है….मेरा तो किस्मत की खराब है…भगवान तो हर बार मेरे साथ ऐसा की करता है..जब भी मेरे हाथ में कुछ आने वाला हो तभी मुझसे छीन लेता है…
पता नहीं मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है…फिर लोगो को देखकर भी बोल ही देते है कि कभी इनके साथ तो ऐसा कुछ नहीं होता है..हमारे साथ ही ऐसा क्यों होता है..
कुछ अलग विचारधारा वाले लोग
कुछ लोगो के साथ कुछ गलत होता है तो वे अपने समय को गलत मानते है..लगता है हमारा सही समय नहीं आया इसलिए ये नहीं हुआ जब समय आएगा हमारा काम भी हो जाएगा….वैसे ऐसा सोचने वाले लोग सहीं होते है पर ये समय कब आएगा वो किसी को पता नहीं है…
कुछ लोग केवल आगे बढ़ते है जिन्हें ज्यादा कुछ ज्ञान नहीं होता
आपने देखा होगा कि कुछ सफल लोग हमेशा अपने कर्म मे लगे होते है और उन्हें ये पता ही नहीं होता की किस्मत क्या है भगवान उनकीं मदद कर रहा है या नहीं लोग उसके बारे में क्या सोचते है इन सब बांतो का उसके लिए कोई मतलब नहीं है बस वो तो लगे है पैसा कमाने में….इसी तरह लगे रहने के कारण एक दिन वो बहुत आगे बढ़ जाते है और दुनियां पीछे रह जाती है..
क्योंकि ऐसा कोई भी नहीं है तो किसी ना किसी पर दोषारोपण ना करता हो कोई तो होता है जिस पर व्यक्ति दोष डालता है वो कोई भी हो सकता है
दोस्तों आज मेरी पोस्ट का जवाब आपको देना है कि क्या हम जो किसी ना किसी पर दोषारोपण करते है
क्या वो सही है…अगर दोषारोपण ना करे तो क्या करे….इसका जवाब में आपसे जानना चाहता हुं तो कंमेट जरूर करे ओर अपनी राय दे….
4 thoughts on “क्या आपके भी हाथ आया लड्डू छीन जाता है”
Hum dosh tab hi dalte h jab hum kamzor hte h ya galat hume dusro k upar vichar krne se kuch n milta sivay smay ki bardadi hti h vo samay hum khud ko de to jahan badal skte h
Thank u So much
jivan me urja bhrti hai aapki post
आपका बहुत बहुत धन्यवाद । आपका प्यार और आशीर्वाद इसी तरह बना रहे।