bhagwad gita jivandarshan

श्रीमद् भगवद्गीता – द्वितीय अध्याय श्लोक – 10 व 11 तमुवाच हृषीकेशः प्रहसन्निव भारत। सेनयोरुभयोर्मध्ये विषीदन्तमिदं वचः।।2.10।। अर्थः- हे भरतवंशी धृतराष्ट्र ! अन्तर्यामी श्री कृष्ण

Read More