headache bhagane ke upay in hindi-आज के तनाव भरे जीवन मे सिर दर्द हर किसी को हो रहा है । जो किसी रोग का लक्षण भी हो सकता है,एवं स्वतंत्र रोग भी हो सकता है
आयुर्वेद में इस का विस्तृत वर्णन प्राप्त है।
शिरःशूल (सिर दर्द):-
आधे सिर के दर्द (आधा सीसी या माईग्रेन)
(1.)
चन्द्रकान्त रस – 250 एम.जी.
लक्ष्मीविलास रस (शिरो) – 250 एम.जी.
शिर:शूलादिवज्ररस – 250 एम.जी.
गोदन्ती भस्म – 250 एम.जी.
ब्राह्मी वटी – 250 एम.जी.
सूतशेखर रस – 250 एम.जी.
स्वर्णमाक्षिक भस्म। – 250 एम.जी.
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1 × 2
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इन सात दवाओं के 10 10 ग्राम के पैकेट लेकर सभी को अच्छे से खरल मे पीस कर 30 मात्रा बनाकर सुरक्षित एयरटाईट डिब्बे मे सुरक्षित रख लेवें।
सुबह नाश्ते के बाद एवं शाम को 4. बजे . शहद के साथ ।
(2.)
प्रवाल पंचामृत – 250 एम.जी.
गिलोय सत्व – 250 एम.जी.
अविपत्तिकर चूर्ण – 3 .ग्राम.
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1 × 2
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1 टीस्पून, भोजन के पहले,सादा पानी के साथ
सुबह शाम।
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(3.) पथ्यादि काढ़ा
20 एम.एल.( 4.चम्मच) + 20 एम.एल (.4 चम्मच )पानी से सुबह शाम खाना खाने के आधा घन्टे बाद लें
इन सभी औषधियों को अच्छे आयुर्वेद चिकित्सक की देख रेख में लेवे।
अपने आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह से यह प्रयोग 45 दिन या 90 दिन नियमित लेवे।
पथ्य ( खावें):-
सादा सुपाच्य भोजन।
चीकू, पपीता ,अनार, सेव, आदि फल।
ताजा उवाल कर ठण्डा किया दूध।
टिण्डे ,तुरही,परवल, लौकी, हरी पत्तेदार सब्जियां
“विशेष:- कायफल की जलेबी, एवं दूध नाश्ते मे लेवें”।
अपथ्य (नही खावें):-
आलू,अरबी,बेसन,चना,केला,दही,चवल,रजमा,भारी पदार्थ, नही खावें।
इमली,अमचचूर, आचार, तेज मीर्च मसाला, तले भुने पदार्थ, कचौरी पकौडी़ समोसा,लहसुन ,बैगन, आदि राजोगुण युक्त आहार नही लेवेंः
ठण्डा ,बासी ,प्याज,एवं तमोगुण युक्त भोजन से बचें।
हार्ट अटैक से जुड़ी इन बातों को शायद ही जानते होंगे आप
विहरः-
प्रातःजल्दी उठें।
प्रातः भ्रमण करे।
योग प्राणायाम का नियमित अभ्यास करे।
सूर्य नमस्कार करें।
ईश वंदन करें।
मानसिक तनाव से मुक्त रहे।
मद ,लोभ,मोह, ईर्श्या द्वेष,कोध आदि भावो से बचने का प्रयास करें।
सद् व्यवहार, एवं सम भाव रखें।
मल-मूत्रादि वेगों को नही रोके।
वैद्य रवीन्द्र गौतम मो. 9414752038
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी
आयुर्वेद – विभाग ,राजस्थान – सरकार