नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की हे आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल कीनन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की जय
Month: October 2021
![choti choti gaiya bhajan lyrics hindi by jivandarshan](https://jivandarshan.com/wp-content/uploads/2021/10/choti-choti-gaiya-bhajan-lyrics-hindi-by-jivandarshan.jpg)
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वालछोटो सो मेरो मदन गोपाल आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वालबिच में मेरो मदन गोपालछोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल….
![Shri Kuber ji ki Aarti hindi by jivandarshan](https://jivandarshan.com/wp-content/uploads/2021/10/Shri-Kuber-ji-ki-Aarti-hindi-by-jivandarshan.jpg)
जय कुबेर स्वामी, प्रभु जय कुबेर स्वामी,हे समरथ परिपूरन ।हे समरथ परिपूरन । हे अन्तर्यामी ॥॥ ॐ जय कुबेर स्वामी ॥प्रभु जय कुबेर स्वामी.. जय
![Lakshmi maa ki aarti hindi by jivandarshan](https://jivandarshan.com/wp-content/uploads/2021/10/Lakshmi-maa-ki-aarti-hindi-by-jivandarshan.jpg)
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।सर्वभूत हितार्थाय, वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ ॐ जय लक्ष्मी
![Devi kavach path in hindi by jivandarshan](https://jivandarshan.com/wp-content/uploads/2021/10/Devi-kavach-path-in-hindi-by-jivandarshan.jpg)
॥अथ श्री देव्याः कवचम्॥ ॐ अस्य श्रीचण्डीकवचस्य ब्रह्मा ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, चामुण्डा देवता, अङ्गन्यासोक्तमातरो बीजम्, दिग्बन्धदेवतास्तत्त्वम्, श्रीजगदम्बाप्रीत्यर्थे सप्तशतीपाठाङ्गत्वेन जपे विनियोगः। ॐ नमश्चण्डिकायै। ॥मार्कण्डेय उवाच॥ ॐ
![Maa durga ke 108 naam hindi by jivandarshan](https://jivandarshan.com/wp-content/uploads/2021/10/सोMaa-durga-ke-108-naam-hindi-by-jivandarshan.jpg)
कलियुगमें कामनाओंकी सिद्धि-हेतु उपाय- मां दुर्गा के 108 नाम (Maa durga ke 108 naam hindi) ऊँसती,साध्वी,भवप्रीता,भवानी,भवमोचनी,आर्या,दुर्गा,जया,आद्या,त्रिनेत्रा,शूलधारिणी,पिनाकधारिणी,चित्रा, चंद्रघंटा,महातपा,मन,बुद्धि,अहंकारा,चित्तरूपा,चिता,चिति,सर्वमंत्रमयी,सत्ता,सत्यानंदस्वरुपिणी,अनंता, भाविनी,भाव्या,भव्या,अभव्या,सदागति,शाम्भवी,देवमाता,चिंता,रत्नप्रिया,सर्वविद्या,दक्षकन्या,दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा,अनेकवर्णा,पाटला,पाटलावती,पट्टाम्बरपरिधाना,कलमंजरीरंजिनी,अमेयविक्रमा,क्रूरा,सुंदरी,सुरसुंदरी, वनदुर्गा,मातंगी,मतंगमुनिपूजिता,ब्राह्मी,माहेश्वरी,ऐंद्री,कौमारी,वैष्णवी,चामुंडा,वाराही,लक्ष्मी,पुरुषाकृति, विमला,उत्कर्षिनी,ज्ञाना,क्रिया,नित्या,बुद्धिदा,बहुला,बहुलप्रिया,सर्ववाहनवाहना,निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी,मधुकैटभहंत्री,चंडमुंडविनाशिनी,सर्वसुरविनाशा,सर्वदानवघातिनी,सर्वशास्त्रमयी, सत्या,सर्वास्त्रधारिणी,अनेकशस्त्रहस्ता,अनेकास्त्रधारिणी,कुमारी,एककन्या,कैशोरी,युवती,यति, अप्रौढ़ा,प्रौढ़ा,वृद्धमाता,बलप्रदा,महोदरी,मुक्तकेशी,घोररूपा,महाबला,अग्निज्वाला,रौद्रमुखी, कालरात्रि,तपस्विनी,नारायणी,भद्रकाली,विष्णुमाया,जलोदरी,शिवदुती,कराली,अनंता,परमेश्वरी,कात्यायनी,सावित्री,प्रत्यक्षा,ब्रह्मावादिनी।
![Shri Ram Stuti hindi by jivandarshan-min](https://jivandarshan.com/wp-content/uploads/2021/10/Shri-Ram-Stuti-hindi-by-jivandarshan-min.jpg)
॥दोहा॥श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं