क्या अंतर आत्मा में बैठा परमात्मा करवाता है पाप ?
क्या अंतर आत्मा में बैठा परमात्मा करवाता है पाप ? महाभारत में दुर्योधन कहता है कि मैं धर्म को जानता हूं परन्तु मैं धर्म के अनुकुल जीवन नहीं जी सकता । मैं अधर्म को भी समझता हूं परन्तु पाप कर्म को छोड़ नहीं सकता। मेरे अंदर जो बैठा है वहीं पाप-पुण्य करवाता है । अर्थात […]