Advising someone in hindi-दोस्तों सलाह देना और सलाह सुनना बहुत ही अलग है…आज का मेरा मुद्दा बहुत ही अलग है ओर यह हर किसी से…. वास्ता रखता है…
वैसे आप बखूबी जानते हो कि भारत में एक दुसरें को सलाह देने की प्रथा बहुत ही पुरानी है…
ओर बिना मांगे लोग सलाह देना शुरू कर देते है क्या आप जानते है कि आप जो सलाह दे रहे है उसका आगे वाले पर कोई असर भी हो रहा है के नहीं….
या ऐसा भी हो सकता है कि आपकी सलाह से किसी को बोरियत हो रही हो….हो सकता है कि उसे आप पर बहुत गुस्सा भी आ रहा हो….
तो मैं आज आपको कुछ बात बताऊंगा जिससे
किसी को भी सलाह देने से पहले चार बार सोचेंगे-Advising someone in hindi
1) कभी भी किसी को भी बिन मांगे सलाह ना दे क्योंकि बिन मांगे मिलने वाली सलाह से सुनने वाला बोर होता है और आपकी बातो को अन्यथा ही लेता है..
2) इस दुनियां का सबसे बड़ा सत्य है कि आप किसी को कुछ भी कह दो उसे जो करना होता है वहीं करता है….
3) बिना मांगे अगर आप किसी को सलाह देते है तो उनकीं नज़र में आपकी एहमियत कम हो जाती है…..
चाहे वो आपके मुंह पर कुछ नहीं कहेंगे पर वो आपसे बचने लगेंगे…चाहे आपकी सलाह कितनी भी अच्छी क्यों ना हो…..
4) सलाह तभी दे जब आपसे कोई किसी बात की जानकारी मांगता हो या पुछता हो….
मै आपको एक उदाहरण देता हूं आपने देखा होगा कि जब बच्चे छोटे होते है तो माता-पिता किसी भी बात को लेकर बच्चे को बहुत कुछ समझाते है
कि झुठ नहीं बोलना,ऐसा नहीं करना,वैसा नहीं करना…
पर दोस्तों आपने देखा होगा कि बच्चे कभी भी उनकीं बात नहीं मानते और गलती करते जाते है….
अगर आपको यदि किसी को कोई सलाह देनी है तो सबसे पहले आपको वैसा बनना पड़ेगा…
अगर आप अपने बच्चे को बोलते है कि झुठ मत बोलो…और आपके घर में अगर कोई मेहमान आता है
Advising someone in hindi
ओर अगर आप उससे नहीं मिलना चाहते तो आप अपने बच्चे को बोलते हो कि अंकल को बोल दो कि मैं घर पर नहीं हूं…
आपकी इसी हरकत को बच्चा सिखता है ना कि तुम उसे जो बोलते हो वो…..
बच्चे को सिखाने के लिए आपको भी वहीं आचरण करने होंगे ना कि सलाह देते रहोगे….
आपने वो कहानी तो सुनी होगी जिसमें किसी संत के पास मां अपने बच्चे को गुड़ खाने की आदत छुड़वाने के लिए जाती है और संत बोलते है कि सात दिन बाद आना और उन संत को भी गुड़ खाने की आदत थी…
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और संत ने अपनी आदत छोड़ी उसके बाद उस बच्चे को कहा कि बेटा गुड़ खाना छोड़ दो….
असल में अगर हम किसी को जो भी राय दे उसमें आपको कुशल होने की जरूरत है….वैसे सलाह देना एक बहुत बड़ी बीमारी है जिसे हमे त्यागना चाहिए…
आप अगर अपना व्यक्तित्व बदल लेंगे तो वैसे ही लोग आपको समझ जाएंगे…और आपसे सिखते रहेंगे…
जीवन दर्शन को इसी तरह पढ़ते रहे और आपको इससे जुड़े कोई सवाल हो तो जरूर कमेंट करे…
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SUDARSHAN RAWAL
Hi I like your comment on why do not give foolish opinion of our belief …..