कमफर्ट ज़ोन से बाहर आओं (comfort zone in hindi)
comfort zone in hindi – दोस्तों मेरा आज का पोइंट कुछ अलग है….क्योंकि इसमें में आपको व्यक्ति की जर्नी और उसके आगे बढ़ने का सुत्र बताऊंगा….
जो लोग अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाते या फिर कुछ कर भी लेते है…. तो उसके बाद वो ज्यादा सक्सेस फुल नहीं हो पाते है..
इसका सबसे मुख्य कारण है हमारा कमफर्ट ज़ोन जिससें हम कभी भी बाहर नहीं आ पाते है…जो कुछ हमें मिल रहा है उसमें हम संतुष्ट हो जाते है और आगे कुछ करने का नहीं सोच पाते क्योंकि जो कुछ भी हमें मिल रहा है जो कुछ भी हम कर रहे है….
उसमें हम कमफर्टेबल हो जाते है…मतलब की बस हो गया अब क्या करना है…आपने भी किसी ना किसी के मुंह से ये जरूर सुना होगा की बस दाल-रोटी चल जाती है ओर क्या करना है….
दोस्तों मेरा इस पोइंट पर बात करने का मकसद ये है कि अगर हमकों हमारी लाइफ में सक्सेस होना है…. तो बाते कम और काम ज्यादा करना होगा…साथ ही हम जो कुछ भी काम कर रहे है इस काम में हमे नवीनता लानी होगी….
खासकर हमें छोटी-छोटी बातों को लेकर अपने दिमाग पर ज़ोर देना होगा…
किस्मत कै भरोसे कभी ना बैठे
जो भी काम हम कर रहे है उससें बड़ा काम करने का सोचना होगा…. अगर हमने ऐसा नहीं किया तो हम जहां है वहीं पर रह जाएंगे ओर अपनी किस्मत को बाद मे कोसेंगे…
वैसे ये सब बात करने की वजह इसलिए है क्योंकि ये कलियुग है…जिसमें आपको तेज दौड़ना सीखना होगा…अगर आप नहीं दौड़ पाए तो आप पीछे रह जाएंगे…
दोस्तों कमफर्ट ज़ोन से बाहर आने का सबसे बड़ा उदाहरण है हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी….जो शुरू से ही अपने कमफर्ट ज़ोन से बाहर रहे है…
तभी वो आज इस मुकाम पर है…गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद अगर ऐसा सोचते की मुझे क्या करना है मे तो मुख्यमंत्री हूं उसके बाद भी वो फिरफिर से दो बार मुख्यमंत्री बने….
तब भी वो अपने कमफर्ट ज़ोन में नहीं रहे और बाहर आए..और फिर देश के प्रधानमंत्री बने……अभी भी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वो लगातार लगे हुए है अपने काम में…
दोस्तों मुझे किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई भी मतलब नहीं है अगर में उनका उदाहरण दे रहा हूं उसका मुख्य कारण है कि वो अभी देश के बड़े सम्मानिय पद पर विराजमान है….
और उनकीं जर्नी आज के यूवाओं के लिए एक मिसाल कायम किए हुए है….
दोस्तों अगर हम कपफर्ट ज़ोन की बात करे और थोड़ा भुतकाल में जाए तो हमारे स्वतंत्रता सेनानी भी अगर अपने कमफर्ट ज़ोन से अगर बाहर नहीं आते तो शायद हम आज भी अंग्रेजो के गुलाम होते…
दोस्तों मेरा मकसद कुछ अलग है….मैं सभी मे एक ऐसी ऊर्जा भरना चाहता हूं जिससे कोई भी व्यक्ति अपनी ज़िन्दगी में कभी भी हार का मुंह ना देखे…
साथ ही दोस्तों में जिन पोइंटस पर बात करता हुं वो बहुत ही सामान्य है जिनके बारे में सब जानते है पर उसे समझते नहीं है…..
दोस्तों आपको अगर और भी इसे समझना है तो आप अपने आस-पास के लोगो का, चाहे अपने समाज के व्यक्तियों का या किसी भी व्यक्ति का अध्ययन करों…
आप खुद समझ जाएगें कि मेरी इन बातों का क्या रहस्य है…आप खुद देखेंगे कि जो कोई भी व्यक्ति सफलता के शिखर पर है वो घर बैठकर बड़ी-बड़ी बाते नहीं करते वो काम करते है…
अपनी ऐशो आराम की ज़िन्दगी को छोड़कर कुछ पाने के लिए मेहनत करते है और अपने कमफर्ट ज़ोन से बाहर आते है….साथ ही दोस्तों आप खुद पर भी अध्ययन करे और देंखे की आप अपने कमफर्ट ज़ोन में है या बाहर है…???????
दोस्तों आपको अगर मेरी पोस्ट में कुछ नहीं समझ आए तो आप प्लीज कमेंट करे में सभी बातो का जवाब दुंगा…और जीवन दर्शन की पोस्ट समय-समय पर पाने के लिए जीवन दर्शन को सब्सक्राइब करिए….