Concentration in hindi – आपको ज्ञान प्राप्त करना है तो इसका एक ही उपाय है एकाग्रता । वैज्ञानिको ने प्रयोगशाला में जाकर मन को एकाग्र कर पुरे मनोयोग से पुरा प्रयत्न किया तथा प्रकृति के रहस्य को जाना तथा विज्ञान का विकास किया ।
एकाग्रता प्राप्त करने की सरल विधी
वैज्ञानिक अपने प्रयोगो में इतने तल्लीन हो जाते थे कि वह बाहरी दुनियाँ बिलकुल भुल जाते थे तभी तो उन्हें सफलता मिली। मन बहिर्मुख स्वभाव का है
अतः बाहरी विषय पर स्थिर करना सरल है इसलिए आपका मन सैर-सपाटे व अन्य बाहरी सुन्दर वस्तुओं व व्यक्तियों की ओर सहज ही आकर्षित हो जाता है परन्तु मन को अन्तर्मुख बनाने के लिए प्रयत्न करना पड़ता है।
मन को अन्तर्मुखी करने के लिए एकाग्रता का विकास आवश्यक है। आप किसी भी धर्म को मानने वाले हो या नास्तिक हो आप मनुष्य हो यही पर्याप्त है। कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता की वह आत्मा को नहीं मानता।
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क्योंकि उसके निकल जाने से मनुष्य मर जाता है तथा यदि आपने अपनी आत्मा को समझ लिया अर्थात अपने आप को जान लिया तो आप परमात्मा को भी समझ लेंगे हो सकता है
आप कोई दुसरी भाषा बोलते हो तथा उसमें परमात्मा को कोई दुसरे नाम से पुकारते हो परन्तु में उसे परमात्मा कहता हूँ।Concentration in hindi
मन को एकाग्र करने का सबसे उत्तम साधन है “त्राटक” । त्राटक प्रत्येक मनुष्य कर सकता है चाहे वह आस्तिक हो या नास्तिक।
Concentration in hindi
आप इस ब्रह्माण्ड़ को जिसने बनाया उस शक्ति को मानते हो तो आप आस्तिक है चाहे उस शक्ति को आप किसी भी नाम से पुकारते हो। प्रारम्भ में बाहरी वस्तुओं पर आप त्राटक कर सकते है।
त्राटक क्रिया में आपको किसी वस्तु या बिन्दु दीवार पर बना कर ,कोई मुर्ति,अगरबत्ती व मोमबत्ती तथा दीपक की लो पर भी त्राटक कर सकते है
इस क्रिया में आपको बिम्ब से 2-3 फीटफीट की की दुरी पर बैठ जाना है तथा उस बिम्ब को आँखो के समानान्तर रखकर बिना पलको को झपकाये एकटक होकर देखते रहना है।
जब तुम्हारी दृष्टि स्थिर रहती है अर्थात पलके नहीं झपकती तब उर्जा तुममें प्रवेश करती है तथा जब आपकी पलके झपकती है तो उर्जा शरीर से बाहर निकलती है ।
बाह्य त्राटक का अच्छी तरह अभ्यास होने पर अतः त्राटक का अभयास करना चाहिये। त्राटक कैसे करना चाहिये ?
तथा किन-किन बातों का त्राटक करते समय ध्यान रखना चाहिये उसके बारे में मैं अन्य लेख में विस्तार से बताऊंगा।
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