लोगो के बीच कैसे जाए-feelings in hindi
feelings in hindi-हर किसी व्यक्ति की कोई ना कोई एक अलग पहचान होती है जो वक्त के साथ धीरे-धीरे बदलती रहती है…आज हम बात करेंगे लोगो के बीच आप असहज महसुस क्यों करते है..
दोस्तों लोगो के बीच कम महसुस करना या उनसे अलग महसुस करना या फिर उनकें बीच जाने के बाद आपका उनसे अच्छे से नहीं घुल मिल पाना….ये ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि आप लोगो से कम हो…
आज में आपको कुछ आश्चर्यजनक बांते बताऊंगा…जो कि हमारे आस-पास होने के बाद भी हम उन बांतो पर घोर नहीं कर पाते है…
जैसे कुछ लोग हर मामले में बहुत कम होते है…चाहे वो ज्ञान की बात हो…एज्यूकेशन की बात हो…या पैसों की बात हो ऐसे कुछ लोग कहीं भी लोगो के बीच जाते है तो
वे अपने आप को कम समझते है या फिर वो लोगो से थोड़ा अलग-थलग जाते है जिससे लोगो को ऐसा लगता है कि वो हमारे साथ एडजस्ट नहीं कर पा रहा है…
खुद को कभी कम ना समझे
साथ ही कुछ लोग हर किसी फिल्ड़ में आगे होते है वे भी लोगो से एक निश्चित दूरी बनाकर चलते है और लोगो से अच्छे से घुल मिल नहीं पाते जिससे की लोग ऐसे लोगो को देखकर भी कुछ भी कयास लगाते है..
या तो उन्हें घमंड़ी कहेंगे या फिर कुछ भी जो उनकों लगे…
पर दोस्तों असल में ऐसा नहीं होता है…चाहे वो व्यक्ति जो खुद को कम समझता हो या वो व्यक्ति जो खुद को कुछ ज्यादा समझता है उनकीं मेंटिलिटी आप लोगो से नहीं घुल मिलती…
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इसलिए इसका मतलब ऐसा बिलकुल नहीं है कि वो खुद को कम समझता है या खुद को ज्यादा…..
हर किसी व्यक्ति के जीवन में आए संघर्ष या उसके काम के कारण उसके निजी जीवन ओर विचारधारा पर उसका बहबहुत प्रभाव पड़ता है जिससे वे नहीं घुल पाते….
कभी कभी ऐसे लोग होते है जिनकीं विचारधारा बहुत बड़ी होती है या किसी फिल्ड़ के ज्ञान में आपसे ज्यादा हो… उनके सामने आप ज्यादा बोलने जाओंगे…तब वो आपको किसी वजह से कुछ कह नहीं पाएंगा पर आपसे दुरियां बनाने लग जाएगा….
किसी को अपने से कम ना समझे
क्योंकि वो आपको सहन नहीं कर पाएंगा उसकी विचारधारा ओर आपकी विचारधारा में अंतर जो है…इसलिए सबसे महत्वपूर्ण बात की कभी किसी को कम ना समझो ओर व्यक्ति को उसके हिसाब से ही बांत करे…जिससे वो आपके साथ अच्छा महसुस करेंगे।