How to see or experience the Aura
what is aura in hindi – अपने स्वयं का आभमंड़ल देकने के लिए चांदनी रात में छत पर खड़े हो जाए तथा आपकी जो छाया दिखती है उस छाया के गर्दन पर थोड़ी देर त्राटक करे तथा फिर दृष्ति को आकाश में ले जाए तो तुम्हारे ओरा को तुम देख सकते हो।
यदि आपके पीछे प्रकाश हो तथा आपकी छाया दिवार पर पड़ रही हो उस छाया की गर्दन पर त्राटक करने के पश्चात जब अपनी दृष्टि तुम दुसरी ओर घुमाते हो तो आपकी ओरा दिखाई पड़ती है
औरा को कैसे अनुभव करें
यदि दिन में किसी वृक्ष की छाया या किसी जीव की छाया पर त्राटक करने के पश्चात आप अपनी दृष्टि दुसरी और घुमाते हो तो तुम्हे उस वृक्ष या जीव की ओरा दिखाई पड़ने लगेगी।
थोड़े दिनों की प्रेक्टिस के पश्चात आप इतने सक्षम हो जा ओगे की किसी व्यक्ति,वस्तु या जीव पर थोड़ी देर दृष्टि स्थिर करने पर आप उसकी ओरा देख सकोगे तथा और में आयी अशुद्धी को देखकर उसकी समस्याओं को समझ सकोगे तथा हीलिंग द्वारा ओरा की अशुद्धि को दुर कर सकोगे।
यदि आप अपने हाथ के पंजे को सामने रखकर त्राटक करो तो आपको अंगुलियों के चारों तरफ ओरा दिखाई पड़ेगी।
यदि आपको किसी व्यक्ति की ओरा अनुभव करनी हो तो अपने दोनो हथेलियो को सामने रखकर उस व्यक्ति की ओर धीरे-धीरे बढ़ो हाथ की हथेलियों पर ध्यान केन्द्रित करों जैसे ही आपकी हथेलियाँ उस व्यक्ति के ओरा के सम्पर्क में आयेगी
आपकी हथेलियो से उस ओरा को महसुस कर सकते हो तथा यदि ओरा को टच करने के पश्चात हथेलियों में होने वाले संवेदनो से आपको यह भी पता लग सकता है कि ओरा कहाँ से कमजोर है। कहाँ ओरा में उभार है, तथा कहाँ खड्डा है।
उस व्यक्ति की ओरा कहाँ तक फैली हुई है। कुछ व्यक्तियों की और 1 मीटर तक फैली होती है तो कुछ की ओरा 4 से 5 मीटर तक फैली होती है। ओरा का पता लगाने के लिये आप कुछ उपकरण भी बना कर काम में ले सकते है।
आभामंड़ल (AURA) को शुद्ध कैसे करे ?(Aura kya hai in hindi )
यदि L (एल) आकार की दो तांबे की छड़ो को हाथ में लेकर आप ओरा का पता लगाने के लिए आगे बढ़ते हो तो जैसे ही उस व्यक्ति के ओरा के सम्पर्क में तांबे की छड़े आती है छड़े घुमने लगती है अर्थात उनमें मुवमेंट होने लगता है।
इन तांबे की छड़ो तो डिवाइन रोड़ कहते है।
डिवाइन रौड़ से ओरा कितनी फैली हुई है। इस बात का पता लगाया जा सकता है डिवाइन रौड़ के अन्य बहुत से उपयोग है जिस पर बाद में हम चर्चा करेंगे।