Personality development in hindi
(Personality development in hindi )दोस्तों आज फिर से आपके लिए एक नया मुल मंत्र लाया हुं….आज मैं बात करूंगा लोगो के व्यवहार पर खास कर आज के यूवा लोगो के व्यवहार पर जिसकी वजह से वो अपनी पर्सनालिटी को कितनी नुकसान पहुंचाते है…
दोस्तों आजकल खास कर Metro cities के यूवा लडके- लडकियां इस हद तक आगे बढ़ गए है जिसकी कोई हद नहीं..और लडकें -लडकियों का साथ मे घुमना कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है…
साथ में सेल्फी खिचकर सोशल साइट्स पर पोस्ट करना ,देर रात पार्टीस करना,नशे की ओर आकर्षित होना, गर्लफ्रेड़ और बॉयफ्रेड बनाना से सब बाते आम हो गई है…
पर दोस्तों कभी आपने ये सोचा है कि इन चीज़ो का कही अंत भी है…या आप जो अपने फ्रेड के साथ जो कुछ कर रहे है इसका प्रभाव कहा पड़ता है और कैसा पड़ता है…
दोस्तों आपने सोचा है कभी की अगर आप क्लास रूम मे बैठकर अगर आप किसी लड़की से बात कर रहे हो और वो भी बहुत गलत तरीके से मतलब आप उसे हंसी मजाक करते हुए छु रहे हो…या उसे बात- बात पर गले लगा रहे हो…
दोस्तों साथ मे घुमना गलत नहीं पर दोस्तो अपनी लाइफ मे कोई भी काम करो लोगो के नज़रिए को ध्यान मे रखते हुए करो क्योकिं लोग आपके केरेक्टर का आंकलन लगाने मे ज़रा भी देरी नहीं करेंगे…
दोस्तों मुझे ये भी अच्छे से पता है कि मेरी इस बात पर आपने मेरा आंकलन जरूर कर लिया होगा की मेरी सोच बहुत छोटी है पर दोस्तों ऐसा नहीं है…
जिस क्लास रूम मे बैठकर आप ऐसी हरकत करते है तो सबसे पहला उसका असर आपके दोस्तों पर पढ़ता है…
चाहे वो कितनी भी बड़ी सोच रखते हो पर देखना सबसे पहले वहीं आप पर कमेंट करेंगे और लड़कियां भी ऐसा करती है तो भी उनको उनकीं ही फ्रेंड्स सबसे पहले गलत बोलेंगी चाहे मुंह के सामने ना बोल पाए पर पीठ पीछे तो जरूर बोलेंगी…
दोस्तों इस बात को समझे आप खुद भी कहीं ना कहीं ऐसा ही सोचते हो….
यही वाकया अगर आपके किसी अध्यापक ने देख लिया तो उसके दिमाग मे जीवन भर के लिए आपकी एक गलत छवि बन जाएंगी….
इस बात को समझे आप खुद भी कहीं ना कहीं ऐसा ही सोचते हो… ये मेरी सोच से भी ज्यादा आपकी सोच है..
दोस्तों में आपको ऐसा नहीं कहता कि ये सब गलत है दोस्तों मे केवल ये कहना चाहता हुं कि हर रिश्तों की अपनी मर्यादाएं होती है…
(जिसके बारे में आपके घर के बड़े लोग बताते है पर आप अपने अहंकार मे इतने डुबे रहते है कि आप उनकी बातों को नज़र अंदाज़ करते है)....
चाहे वो बॉयफ्रेड/गर्लफ्रेड से हो,चाहे भाई-बहन से हो,माता-पिता से हो ,चाहे किसी भी रिश्तेदार से हो…हर रिश्ते की अपनी लिमीटेशन होती है…जिन्हें आप ध्यान रखे…
कैसे पड़ता है लोगो पर अपनी पर्सनालिटी का असर
दोस्तों गलत कोई नहीं होता पर अपनी हर हरकत पर हमारे आस-पास वालो की नज़र हम पर रहती है…इन छोटी-छोटी बातों की वजह से लोग हमारे बारे मे कुछ भी आंकलन कर सकते है जिसका प्रभाव हमारी पर्सनालिटी पर पड़ता है…
मेरी ये बाते आपको अजीब जरूर लगेंगी पर कभी भी किसी भी जगह आप काम करके देखना चाहे वो कॉरपोरेड वर्ड हो या कोई सरकारी जॉब वहा आप लोगो को ध्यान से देखे वहां पर हर कोई अपनी लिमीटेशन का ध्यान रखते हुंए काम करते है….जिससे उनका इमपेक्ट पड़ता है…
पर्सनालिटी डेवलपमेंट के टिप्स:-
आप अपने हिसाब से चले दोस्तों आप ये मत सोचिए की अगर आप हर बार अपनी लिमीटेशन के हिसाब से लोगो को मिलेंगे तो लोग नाराज़ होगें पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है आप अपनी इसी अंदाज़ से लोगो के दिलो में जगह बनाओगे…और लोग आपको सम्मान देंगे
वैसे दोस्तों आपने सोचा नहीं होगा का मे ऐसे पोइंट पर भी बात करूंगा वैसे आजकल जो कोई भी ऐसी बात करता है उसे आजकल लोग नैरोमांइडेड कहते है खास कर हमारे घर के बड़े बुज़ुर्गो को…
पता नहीं आजकल के यूवा अपने आप को कुछ ज्यादा ही समझदार समझने लग गए है…
पर उनहें उन बातों का एहसास तब होगा है जब उनकें साथ कुछ गलत होता है..जब उनका सामना दुनिया की सच्चाई से होता है…
आप अगर किसी से भी दोस्ती करते है तो पहले उसे अच्छे से जांचे परखे कभी भी किसी से भी दोस्ती मत किजीए…
दुनिया का कोई भी रिश्ता क्यो ना हो बिना सोचे समझे ना बनाए औऱ अगर बनाते हो तो उस पर कायम रहे…
आजकल के यूवाओं से आपने ये सुना होगा कि मेरे साथ धोखा हो गया उसने मेरे साथ धोखा किया…
तो दोस्तों में आपको बता दूं कि धोखा देने वाला कभी भी गलत नहीं होता असल मे धोखा खाने वाले लोग गलत होते है…
क्योकिं लोग अपनी लिमीटेशन को भुलकर और बिना सोचे समझे किसी को भी अपना मान लेते है…
जिसका खामियाज़ा उनकों भोगना पड़ता है….
दोस्तों अभी में मेरी बात को खत्म करता हुं और पर्सनालिटी डेवलपमेंट के के अगले पार्ट मे इन बातो को और गहराई से बताऊंगा….