religious meaning in hindi-आज यदि कोई व्यक्ति यह कहे मैं तुम्हे वह उपाय बताऊंगा जिससे इन्द्रिय सुख बहुत अधिक बढ़ जायेगा तो लाखों व्यक्ति इन्द्रिय सुख बढ़ाने के उपाय सिखने के लिए आ जाएंगे।
यदि कोई व्यक्ति यह कहे कि मैं तुम्हे परमात्मा को अनुभव करने के उपाय बताऊंगा ताकि तुम पूर्णता को प्राप्त करके अपनी आत्मा का अनुभव प्राप्त कर सको,सनातन जो सत्य है उसके बारे में जान सको तो उपाय सिखने आने वाले व्यक्तियों की संख्या कम होगी।
आजकल धार्मिक संतो को सुनने के लिए जो भीड़ दिखती है उनमें बहुत कम ही आत्मा के ज्ञान का अनुभव करना चाहते है
आजकल व्यक्ति मंदिर व संतों के पास इसलिए जाता है ताकि उसकी भौतिक समस्याएं दुर हो सके कोई ऐसा चमत्कार हो जाय तथा वह रातों रात धनवान बन जाये।
उसके जीवन में कोई दुःख नहीं रहे। बहुत से व्यक्ति तो केवल वशीकरण सिखने के लिए,कुछ पुत्र प्राप्ति के लिए,तो कुछ बीमारी दुर कर स्वस्थ होने के लिए संत महात्मा की ओर आकर्षित होते है ताकि उनकी इच्छा पुरी हो सके।
इच्छाओं का कोई अंत नहीं है एक वर्ष पुर्ण होने पर दस अन्य इच्छायें जन्म लेती है। आपको मनुष्य शरीर मिला है कहा जाता है कि मनुष्य देह मिलना दुर्लभ है देवता भी यदि मुक्त होना चाहे तो उन्हें मनुष्य जन्म लेना पड़ेगा।
आपको यह मनुष्य जन्म मिला है तो मुक्त हो जाओ। पृथ्वी पर बहुत से धर्म प्रचलित है। जिन धर्मों में शास्त्र लिखे गये उन धर्मों को मानने वालो की संख्या ज्यादा है
religious meaning in hindi
आजकल सभी धर्मों में एक होड़ मची है वह अपने धर्म को विज्ञान समस्त सिद्ध करना चाहता है क्योंकि विज्ञान भी सत्य की खोज में लगा रहा साथ ही प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं को दुर कर विज्ञान ने प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को सुखी करने का प्रयत्न किया।
वैज्ञानिको की प्रत्येक खोज वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना का विस्तार करती है वैज्ञानिको की खोजों का लाभ आज पुरे पृथ्वी वासी उठा रहे है। सभी वैज्ञानिको को मेरा प्रणाम क्योंकि उन्होंने अपने आप को भुलाकर मनुष्यता के लिए कार्य किया।
देवताओं तथा राक्षसों ने समुद्र मंथन तो अमृत प्राप्ति के लिए किया था परन्तु अमृत के साथ विष भी निकला जो सृष्टि का नाश करने वाला था तथा शिव ने इसका पान कर सृष्टि की रक्षा की।
वैज्ञानिको की खोज जो प्रत्येक व्यक्ति के भलाई के लिए थी आज विहवंशकारी साबित हो रही है ऐसे हथियार बन चुके है कि उनका प्रयोग यदि कर दिया जाय तो पुरी पृथ्वी नष्ट हो जायेगी।
आज फिर से शांति की आवश्यकता है शांति के लिए धर्म की शरण में जाने की आवश्यकता है परन्तु सभी धर्मों में धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है
प्रत्येक व्यक्ति अपने धर्म को श्रेष्ठ तथा अपनी धार्मिक पुस्तक में लिखी बातों के सत्य बताने पर तुला है प्रत्येक धर्म कहता है कि इस शास्त्र में जो लिखा है वहीं सत्य है उस पर विश्वास करो,श्रद्धा रखो।
धार्मिक कट्टरता ही व्यक्तियों को लड़ाती है वरना समस्त धर्म सत्य पर आधारित है महापुरूषों ने पहले भगवान का अनुभव किया फिर अपनी अनुभुतियों को लोगो को बॉटा।
प्रत्येक धर्म शांतिं रखने वाला है परन्तु तब जब उसके बताये रास्ते पर खुद चले तथा परमात्मा की अनुभुति करे वरना केवल धार्मिक ग्रंथो की बात को सत्य मान कर बैठने से आपका आध्यात्मिक विकास नहीं होगा।