Dukho ka karan in hindi-दोस्तों आज बहुत दिनों बाद फिर से आपके लिए कुछ नयी बात लाया हूं…जैसा की मेरी पोस्ट का हेड़र है दुख का सबसे बड़ा कारण क्या है….
तो दोस्तों क्या आपने कभी इस पर गौर फरमाया है कि हम दुखी क्यों रहते है….दुख का सबसे बड़ा कारण क्या है….
हमेशा आशावादी रहो -Dukho ka karan in hindi
तो दोस्तों में आपको आज बता दूं कि दुख का सबसे मुख्य कारण है हर किसी से कुछ ना कुछ आशा रखना….
जैसे मैं आपको बहुत ही साधारण और मुझ से ही जुड़ा उदाहरण देता हूं….आज ये पोस्ट में लिख रहा हूं और लिखने के बाद पोस्ट कर दूंगा…
मेरा मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़े और उनकें जीवन में परिवर्तन आए और वे खुशहाल रहे….
पर दोस्तों हो सकता है कि आप मेरी पोस्ट को ना भी पढ़े….ये भी हो सकता है कि आप मेरी पोस्ट पढ़े आपको अच्छी भी लगे पर इस बारे में आप कुछ ना कहे…
और मन ही मन ये सोच ले कि क्या है यार सभी लोग यही बोलते है और ये भी ज्ञान बांटने लग गया…या कुछ लोग देखकर भी अनदेखा कर लेगें…..और मेरी बातो को तवज्जों तक ना दे….
दोस्तों आप ये ना समझे की में ये आपके लिए कह रहा हूं… मै अपनी बात को समझाने के लिए उदाहरण दे रहा हूं….तो अब अगर मैंने आप सभी से ये आशा रखी की आप मेरी पोस्ट तुरन्त पढ़ लेंगे….
और मेरी बात जो आपको अच्छी लगी उसके बारे में कमेंट करेंगे…
या अगर आपको फायदा हुआ तो आप दुसरों को भी मेरे विचार शेयर करेंगे…
अगर मैंने ये सोचा और मुझे हल्का सा भी ऐसा लगा कि आपने मेरी बात को अनदेखा किया या मेरी बात को तवज्जों नही दी तो दोस्तों मुझे बुरा लगेगा…
अच्छा तो मुझे बुरा क्यों लगा..क्योंकि मैंने आपसे आशाएँ रखी…उससे क्या हुआ….
मेरा मन दुखी हुआ…दुखी होने से मेरे अंदर नकारात्मक भाव आ गए…..और उसी जगह मैंने केवल अपने कर्म पर ध्यान दिया होता….
और किसी से कोई आशा नहीं रखता तो मुझे कोई दुख नहीं होता….
क्या होता है दुख का सबसे बड़ा कारण
पर असल में दोस्तों में आप सभी से बहुत खुश हूं…..
ऐसा ना माने की में दुखी हूं में जानता हूं कि आप मेरी पोस्ट बहुत गहराई से पढ़ते है…..
एक और उदाहरण देता हूं….आपके किसी भी दोस्त के जन्मदिन पर अगर आप उसे अच्छा गिफ्ट देते है….
तो आपके मन में अनजाने तरीके से ये बात बैठ जाती है कि आपके जन्मदिन के मौके पर भी वो आपको गिफ्ट देगा…
और ये धारणा आप अपने दिमाग में बना लेते है…
क्या सुख और दुख एक साथ रहते हैं ? (Sukh or dukh kya hai in hindi)
हो सकता हो जिसको आपने गिफ्ट दिया उसने उस बात को ज्यादा तवज्जों नहीं दिया हो…और ये भी हो सकता है कि आपके जन्मदिन पर वो आपको विश करना भी भुल जाए….
दोस्तों अपने मन मैं झांको ओर याद करो…. सबके साथ ऐसा कभी ना कभी तो हुआ ही होगा तब आपको बहुत ही बुरा लगा होगा….ओर आप तीन ,चार लोगो को तो बोल भी दोंगे….
साथ ही उस गिफ्ट की रेट तक बता दोंगे की वो कितने का था और आपका मुड़ ऑफ ओर आप फिर से एक नए दुख में आ जाओंगे……
और भी कई ऐसे उदाहरण है…..असल मैं दोस्तों अगर आपको खुश रहना है तो दुसरों ये आशाएँ छोड़नी पड़ेगी क्योंकि कोई किसी के लिए कुछ भी नहीं करता है….
अगर आपने किसी ना किसी से कोई भी आशाएँ रखी…..तो आपको दुखी होने से कोई नहीं बचा सकता….