आज में आपसे एक ऐसी बात बताने जा रहा हुं जिसे पढ़ने और समझने के बाद आपके पैरों तले ज़मीन खीसक जाएगी….हम लोगो की सबसे बुरी बात ये है कि हम कभी किसी की भी बात नहीं मानते अगर कोई बात मान भी ली तो आदतों से जुड़ी हुई बात नहीं मानते..
Good Thinking in Hindi
जैसे बचपन से ही हमने जो सोचा है वहीं करते है…चाहे हमको लाख बार बोला जाए की ऐसा मत करो…इससे नुकसान होगा..ऐसा मत करो इससे चोट लग सकती है….या ऐसा करने से तुमको ये फायदा होगा पर हम अपनी ही करते है….
अगर हम भारतीय लोगो की बात करे तो भारत में जन्म से ही हर किसी मे पता नहीं पर कहा से ज्ञान आ जाता है….हम हमारे जीवन से जुड़ी हुई हर बात जानते है…पर हम करते नहीं है….
Inspiration in Hindi
जैसे बचपन में हमे सीखाया जाता है कि पढ़ाई करो उससे ये फायदे होगें…जब हम वो बात सुनते है तो हमारे अंदर एक जोश आ जाता है और पढ़ाई करने लग जाते है पर पता नहीं वो जोश कुछ पल का होता है फिर जेसे थे हम वैसे हो जाते है….
जैसे युवा लोग जब सलमान खान की मूवी देखते है तो पता नहीं उस मूवी को देखते वक्त बहुत से संकल्प बना लेते है कि कल से मे भी एक्सरसाइज़ करूंगा और सलमान जैसी बॉडी बना दुंगा पर जब तक उस मूवी का भुत हम पर रहता है तब तक उसके बाद हम फिर से हमारे रूटीन पर आ जाते है…
और हम सब जानते है कि योग, व्यायाम करने से हम तंदुरूस्त रहेंगे पर वो भी नहीं होता…Meditation करने से मन शान्त रहता है….वो भी जानते है पर हम नही कर पाते और बहुत से उदाहरण है जो आप मेरी इस पोस्ट को पढ़कर याद कर सकते है…
पर दोस्तो आपको पता है ऐसा क्यो होता है अगर किताबो की माने तो हमें दृढ़ सकंल्प लेकर काम करना चाहिए ओर बहुत सी बाते है वो भी हमे सब पता है…
पर में जो आपको बताने जा रहा हुं उसमें सबसे ज्यादा महत्व ऱखता है वो है कि हम कोई भी काम दिल से नहीं करते मुझे पता है कि ये बात भी आपके लिए कोई खास नहीं है पर इसके ओर अंदर जाओ….दिल से काम नही करते का अर्थ है कि हम उस काम के लिए जब सोचते है उस समय का उत्साह ओर जब वो काम हम करते है उस समय के उत्साह में परिवर्तन आ जाता है….
जब हम सलमान खान की मूवी को देखते समय उत्साहित होते है उतना ही उत्साह हमारा एक्सरसाइज़ के वक्त होना चाहिए….वो जो हम हमारे दिमाग मे खुद की बॉडी बनाने का ख्वाब मूवी को देखते समय ला रहे थे वही ख्वाब हमे exercise के समय लाना है फिर देखो आपके साथ क्या होता है….
वैसे आपको बता दुं कि ये पुरा खेल अपने मन पर टिका है……
सच में यही जीवन आनंद है। हमें सच को समझना होगा
साधुवाद। बहुत अच्छा लगा