Image not found

खुश रहना भी एक कला है (Art of happiness) ( happy life in Hindi)-पार्ट-2

जैसा की मेंने अपनी पहली पोस्ट मे खुश रहने के तरीके बताए थे और कहा था कि ये चार पोइंट पर काम करो उसके बाद में आगे के पोइंट बताउंगा….

Art of happiness

पर दोस्तो मेंने आपको जो चार पोइंट बताए थे उसमें ही सब कुछ था..

में आपको एक कहानी के ज़रिए ये बात बताता हुं.

एक बार एक महाशय ने मुझसे पुछा की सर मेरे पास किसी भी चीज़ की कमी नही है…जो भी चीजे किसी सुखी वयक्ति को चाहिए वो सब कुछ है मेंरे पास पर पता नहीं कभी-कभी मे बहुत अकेला फील करता हुं या कभी –कभी तो मुझे ऐसा लगता है मानो की इस दुनिया में मेरा कोई नहीं है…

उसके ऐसा कहने के बाद मेंने उसे कहा की तुम बिलकुल सही कह रहे तो तुम्हारा इस दुनिया में कोई नहीं है….और तुम कुछ भी नहीं हो…ये तुम्हारी गलतफहमी है कि तुम्हारे पास सब कुछ है…”यू आर नथींग”…”यू आर टोटली ज़ीरो”

शायद मेरा इस तरीके से बात करना उसे समझ ही नही आया और वो गुस्से के स्वर में बोला की आप ऐसा कैसे बोल सकते हो…और बोलने लगा कि मेंने आपको जो पुछा उसका तो आपने जवाब ही नहीं दिया ओर उसकी जगह आप मुझे उलटा सुना रहे है…

तब में थोड़ा मुसकुराया और बोला कि मे तो तुम्हारा टेंशन दुर कर रहा था पर तुम तो गुस्सा करने लग गए…

वो मुझे बड़े आश्चर्य से देखने लगा…

तब मेंने उसे कहा कि महाशय पहले तो आप अपने अंदर छुपे इस अहंकार को खत्म करे कि आप के पास सब कुछ है …इस संसार का ऐसा कोई भी वयक्ति नहीं है जो ये कह सके की उसके पास सब कुछ है…

रहीं तुम्हारे टेंशन को दुर करने की बात तो उसका एक ही उपाय है….वो है..अपने आप को “ज़ीरो” समझना..जब तक आप खुद को सर्वोपरी समझोगे आप कभी खुश नहीं रह सकते वा मेंरी बात समझ गया…और कुछ महीनो बाद मिला और बोला कि आपकी ट्रीक काम आ गयी…में आजकल बहुत खुश रहता हुं….सच में कमाल हो गया ये तो….

दोस्तो मुझे पता है कि कुछ लोग शायद इस बात को नहीं समझ पाए…पर ये कोई किताबी ज्ञान नहीं है…ये मेरा तरीका है…जो हमेशा सही साबित हुआ है….

Related Posts

One thought on “खुश रहना भी एक कला है (Art of happiness) ( happy life in Hindi)-पार्ट-2

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.