commitment in hindi by jivandarshan

ज़िन्दगी की दौड़ में कमीटमेंट का महत्व (commitment in hindi)

Commitment in hindi । What is importance of commitment

commitment in hindi-दोस्तों आज में फिर से एक नए टोपिक के साथ आपके सामने आया हुं मेरा आज का टोपिक है “कमीटमेंट”….दोस्तों ये बात तो तय है कि आपके मन में ये ख्याल जरूर आ रहा होगा कि

में ये अज़ीबोगरीब टोपिक कहा से ले आता हूं पर क्या करू मेरे अंदर की भावना को व्यक्त करने के लिए में ये टोपिक लाता हूं….और आखिर ज़िन्दगी जीने का तरीका सिखाना इतना आसान नहीं है ना…..

साथ ही में ये चाहता हूं कि संसार में विघमान उस रहस्य को हर कोई समझ पाए जिसके बारे में लोग जानकर भी अंजान बनते है…..वैसे दोस्तों कमीटमेंट एक अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ होता है….

वादा करना….आपने वान्टेड़ मुवी का ये डायलॉग तो जरूर सुना होगा कि “एक बार मेंने जो कमीटमेंट कर दिया उसके बाद में अपने आप की भी नहीं सुनता” बस ये वहीं कमीटमेंट है जिसकी में बात कर रहा हुं…..

दोस्तों किसी से भी वादा करना बहुत आसान होता है पर उसे निभाना उससे कई ज्यादा मुश्किल होता है……दोस्तों ज़िन्दगी जीने में सबसे सहायक होता है “वादा”….commitment in hindi 

आप थोड़ा सा दुनियां की बातों से अलग होकर थोड़ा सोचों आप अनजाने में एक दिन में पता नहीं कितने लोगो से अलग-अलग वादें कर बैठते है….

हर एक बात जो हमारे आस-पास के लोगों से बाते करते समय या मानो कोई भी छोटा से छोटा “वादा” हम कर ही देते है…..वो कुछ भी हो सकता है…जिसे हम बहुत ही हल्के में लेते है….

पर दोस्तों आप जिस किसी व्यक्ति से बात कर रहे हो उसे आप अपने व्यस्त जीवन में किसी से भी एक छोटा से छोटा वादा कर बैठते है….

अगर वहीं वादा आप पुरा नहीं कर पाते है तो उसका बहुत बड़ा दुष्परिणाम होता है….क्योंकिं कोई व्यक्ति आपके वादें पर भरोसा कर बैठता है और अगर आप उसे पुरा नहीं कर सके तो उसे ठेस पहुचंती है….

और अगर आपकी वजह से किसी को भी ठेस पहुंचती है तो उसका कर्मफल आपको हो भोगना पड़ता है….

क्या आपसे भी लोग ईष्या करते है ?(Jealousy in hindi)

दोस्तों में जानता हुं कि कई बार इसमें आपकी गलती नहीं होती पर फिर भी ध्यान रखे…ये बात ध्यान रखना बहुत जरूरी है….
दोस्तों में इस पोइंट को और अच्छे से आपको समझाता हुं……

आप किसी भी धर्म के हो या आपका कोई भी भगवान को मानते हो…आपने अपने घर में भी देखा होगा कि….किसी भी कार्य को पुरा करने या किसी कार्य को अच्छे से खत्म करने के लिए हम “मानता”(commitment to god) लेते है….

जैसे लोग ज्यादा से ज्यादा ये चीज़ करते है…..आपने देखा भी होगा या किया भी होगा…जैसे कोई शिरड़ी गया और साई बाबा को बोल दिया कि है साई नाथ आपने अगर मेरी ये मनोकामना पुरी कर दी तो में आपको ये चढ़ा दुंगा या ऐसा कर दुंगा या वैसा कर दुंगा….

पर दोस्तों ये भगवान से आपने कमीटमेंट तो कर दिया….और उसके बाद आपका काम भी हो गया और ईश्वर से आपने जो वादा किया है वो अगर नहीं निभाया तो उसके दुष्परिणाम आपको झेलने होंगे….

दोस्तों में माफी चाहता हूं कि में आपको डरा नहीं रहा हूं इस उदाहरण से समझा रहा हूं कि परमात्मा कण-कण में विघमान है मुझ में भी है, आपमें भी है और सबके अंदर है…सो आप किसी से भी वादा करे उसे निभाए जरूर….

 किसी से वादा करना और उसे नहीं निभाने से कोई बड़ी हानि नहीं होती पर दोस्तों आप अगर अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहते है तो अपने आस-पास के लोगों का आप पर भरोसा आपको कायम रखना होगा अगर आप बातों-बातों में लोगो को कुछ भी कहते जाएंगे….

दोस्तों उस समय तो आप तालियां बटोर लोगे….

पर दोस्तों अगर आप वादा नहीं पुरा कर सके तो उनका भरोसा आप हमेशा के लिए खो देगें…..और दोस्तों एक बार आप किसी एक व्यक्ति का भी भरोसा खो देंगे….. फिर वो जीवनभर आप पर कभी भी भरोसा नहीं कर पाएगा….

दोस्तों मेरी बाते दुनियां की सोच से थोड़ी अलग जरूर है…..पर इसी सोच में बहुत सा आध्यात्म जुड़ा है जो में आपको बताऊंगा…पर एक बार आपकों ऐसी महत्वपूर्ण बातों को समझना जरूरी है……

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.