Bhitri yatra ki sadhna kaise kare-ॐ गुरवे नमः…..आपको पिछली पोस्ट में भीतर की यात्रा से जुड़े पहलुओ तक ले गए और बात समाप्त कर दी….आज
Category: आनंद ध्यान अमृत
Navjivan ke anand ki sadhna hindi-ॐ गुरवे नमः……यू तो हर रोज नया जन्म है…..नींद शरीर का समाधि स्वरूप ही है….. छह से आठ घंटे कैसे
sadhna Kahi sanyasi na bana de-आज उस सवाल का जिक्र करुंगा…..जिसे कई साथी सकुचाते हुए पूछते है और अधिकतर लोगो के जेहन मै यही सवाल
Acchi Sehat ki sadhna in hindi-ॐ गुरवे नमः …..ध्यान …हां चर्चा एक बार फिर ध्यान की ही है…. आज ध्यान और आपकी सेहत से जुड़े
Prarthana in hindi – साथियों …..कई साथियों के सवाल है….हमें जो चाहिए उसके लिए प्रार्थना भी करते है….पर इसके बावजूद भी कुछ नहीं होता….यही नहीं
ॐ गुरवे नमः…..आज साधना से जुड़े सवालों से अपनी बात करुगा…….आज इन्ही पर चर्चा करनी है…..आप साधना पथ को समझना चाहते है तो आपसे गुजारिश
साधना पथ पर आप सब का स्वागत……ध्यान कोई नया विषय नहीं जिस पर आज मै चर्चा कर रहा हुं। आज सिर्फ अपनी बात कहुंगा ।
साथियों आज परिवार की साधना पर चर्चा करनी है…..अपनी और अपने बच्चो की बात करनी है…..आपसे इतना अनुरोध है की आप इस पोस्ट पर पूरा
आज आपकी आपसे ही मुलाक़ात करानी है ॐ गुरवे नमः……आज आपकी आपसे ही मुलाक़ात करानी है…..कई सारे साथियों के सवालों से अपनी बात करुगा….कई सारे
आज का प्रेरक प्रसग यह कहानी सिद्ध करती है कि हर काम में है आनंद बहुत पुरानी बात है एक गांव में कुछ मजदूर पत्थर