destiny in hindi by jivandarshan

आपके भाग्य विधाता आप स्वयं है।destiny in hindi

destiny in hindi – जब किसी कार्य को करने पर असफलता प्राप्त होती है तो आप कहते है भाग्य साथ नहीं दे रहा है। भाग्यवादी बनकर आप अपनी प्रगति के रास्ते को बंद कर देते हो।

आप सफलता प्राप्त होने पर अपना दोष नहीं देखते बल्कि कहते हो कि ईश्वर ने भाग्य में जो लिखा है वहीं होगा।

आपके भाग्य के विधाता आप स्वयं है।destiny in hindi

भाग्य के आगे किसका वश चलता है । इस प्रकार की बाते करके आप अपनी कमजोरियों को छिपाना चाहते हो तथा सफलता जब मिलती है तो उस समय आप यह नहीं कहते कि भाग्य के कारण सफलता मिली है बल्कि सफलता का श्रेय आप स्वयं के कर्म(प्रयत्न) को देते है।

आप कभी नही कहते कि मै सफलता के योग्य नहीं था मैने कोई प्रयत्न नहीं किया तथा मेरे भाग्य में सफलता लिखी थी इसलिए मिली।
हमें भाग्य से मिलता है यह आलसियों का विचार है जो प्रयत्न करते है अर्थात कर्म करते है उनका भाग्य सदा चमकता रहता है।

आपके भाग्य के निर्माता आप स्वयं है ईश्वर ने आपको कर्म करने की स्वतंत्रता दी है तथा आप जिस प्रकार के कर्म(प्रयत्न) करोगे वैसा फल आपको प्राप्त होगा।destiny in hindi

किसी कार्य को करने में अपना 100 प्रतिशत नहीं दोगे तो सफलता प्राप्त नहीं होगी किसी भी कार्य को करने में अपना 100 प्रतिशत दो तथा फल ईश्वर पर छोड़ दो अच्छे कर्म का कर्मफल आपको अच्छा ही प्राप्त होगा।

किसी शायर ने कहा है “ कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों” निरन्तर प्रयास करते रहो निश्चित सफलता मिलेगी।

भाग्य को कैसे बदले (how to change luck in hindi)

आप जो भी कोशिश करते है उसमें एक औसत कार्य करता है। असफल होने पर भी आप प्रयत्न करना नहीं छोडेंगे तो आप धीरे-धीरे परफेक्ट होते जायेंगे तथा आपकी गलतियां धीरे-धीरे कम होती जायेगी तथा आप सफल कहलायेंगे।

दुनियां में जितने भी सफल लोग हुए है उन्होंने कई बार असफलता का मुंह देखा परन्तु हार नहीं मानी तथा अन्त में सफल हुए आज दुनियॉ उनका उदाहरण देती है।

कर्म करते हुए जब हम ईश्वर पर विश्वास रखते है तो ईश्वर पर हमारा विश्वास हमारे मन को शक्ति देने का कार्य करता है।
हमारे हाथो गलत कार्य होने से रोकता है।

जिन्होंने सोचा तथा पूर्ण मनोयोग से कार्य किया तथा सही दिशा में कार्य किया तो दुनियॉ की कोई भी शक्ति आपकी सफलता को नहीं रोक सकती अर्थात आप जो चाहे वह प्राप्त कर सकते है।

जब भी आप देखे की समान परिस्थिति में बड़े हुए दो भाईयों में से एक करोड़पति है जबकि दुसरा दो टाइम की रोटियॉ जैसे तैसे जुटा रहा है तो उसमें भाग्य का कोई दोष नहीं है।destiny in hindi

मेरा तो मानना है कि ईश्वर ने हमें सभी सुख-सुविधाओं का आनंद उठाने के लिए सदा सफल व प्रसन्नचित रहने के लिए दुनियॉ में भेजा है परन्तु हमारे कर्म गलत होने से हमको विपरीत फल प्राप्त होता है

तथा हम असफल रहते है यदि हम सही दिशा में प्रयत्न करे अच्छे कर्म करे तो हम निश्चित सफलता को प्राप्त करेंगे। हमारी सफलता व असफलता के जिम्मेदार अर्थात हमारे भाग्य के निर्माता हम स्वयं है।

ईश्वर तो हमारे कर्मो के अनुसार फल देता है। यदि हम मन में ईष्या द्वेश रखकर दुसरो का अहित करने का प्रयत्न करते है तो निश्चित मानिये की जब आपको जो कर्मफल प्राप्त होगा वह खराब ही होगा तथा आप सभी से प्रेम करेंगे सबका हित सोचेंगे तो निश्चित ही आपको अच्छा फल प्राप्त होगा।

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