be-fearless
fearless in hindi – हमारी सबसे बड़ी बीमारी डर है…डर कोई भुत से नहीं…डर किसी व्यक्ति से नहीं…डर तो कुछ ओर ही है…जिसने हमारी ज़िन्दगी,हमारी सक्सेस,हमारी ऊर्जा,हमारी अन्तरआत्मा को खत्म कर दिया है….
डर वो है जो ना चाहते हुए भी हमें होता है…जिसे हम कभी भी बुलाते नहीं है वो अपने आप हमारे अंदर चला आता है….डर जो हर बार हमारा पीछा करता है….ये वो है जो हमारे अंदर बस जाता है…
कोई भी काम शुरू करने से पहले हमारे अंदर एक अंजाना सा डर सताने लगता है…जो डर हमे उस काम में सफलता नहीं पाने देता….कभी भी किसी काम को करने से पहले सोचना गलत नहीं है पर किसी काम को करते वक्त उसके बारे में डर रखना गलत है….
डर भी दो प्रकार के होते है एक वो डर जिसमें हमें अपने शरीर के नुकसान का एहसास हो जैसे ऊचाई से डर लगता है…आग से डर लगता है,….पानी से डर लगता है….
ये डर कभी गलत नहीं होते…ये डर तो जरूरी है नहीं तो हमारी लाइफ खतरे में पड़ जाएंगी…इसलिए इनसे तो डरों..
दुसरा डर होता है वो है हमारी मानसिकता का डर वो डर जो कभी भी किसी भी काम को करने से पहले होता है कि क्या होगा ,कैसे होगा ,क्या हम ये काम कर पाएंगे….
ऐसे सभी डर को मिटाने के लिए के आप अपने छोटे-छोटे डर को अपने आप से दुर किजीए…fearless in hindi
जैसे आप कोई भी काम शुरू करने जा रहे है अगर आपको ये डर है कि ये कही प्लॉप ना हो जाए तो उस काम को ना करे…
उसी काम को कम पैसा लगाकर छोटे रूप में करे…. अगर उससे आप सक्सेस होते है तो उसे बड़े रूप में करे….
दुसरा जब भी आपको किसी भी बात का डर लगे तो सबसे पहले ये पता करे की आपको जो डर लग रहा है वो किस वजह से लग रहा है…जब वो जाने तब उसी पर पुरा फोकस करे…
माना कि आप कोई काम कर रहे है आप उसमें पुरे कॉन्फिडेंट है पर आपको डर है कि लोग क्या कहेंगे तो दोस्तों आपको लोगो को दरकिनार करना ही होगा तभी आप सक्सेस हो पाएंगे…
दोस्तों डर ज्यादातर साइकोलॉजिकल होता है वो हमारे ज्यादा सोचने की वजह से होता है…ज्यादा सोचते है हम हर बात को लेकर जैसे अगर हमने ऐसा किया तो वो क्या कहेंगे…
कही किसी को बुरा ना लग जाए…कोई कुछ कह ना दे….ऐसी बाते जो हमारे अंदर आती है उसे साइकोलॉजिकल डर कहते है…जिसे हम धीरे-धीरे अपने आत्मविश्वास से ही खत्म कर सकते है….
ओर उसे खत्म करने के लिए हमे हर काम सोच समझकर और खुद पर विश्वास रखकर ही करना होगा….
साथ ही जीवन में किसी भी बात का कोई भी डर मत पालो…तुम परमात्मा के बच्चे हो अगर तुम सच्चे हो तो कभी किसी से मत डरों….डर को कभी भी अपने ऊपर हावी मत होने दो…
खुद की ज़िन्दगी को खुशियों से जियो…हर पल को अच्छे से जिओ…कोई भी काम करो दिल से करो…और छोटी-मोटी समस्याओं से कभी घबराओं मत..
जब भी कोई समस्या या डर आपको सताता है तो तुरंत अपने मन को शांत कर दो…ओर जिस किसी बात का डर आपको सता रहा है…उसका निदान ढूंढो…