how to fulfill your wishes in hindi – हमारे मन में हजारों इच्छाएं पैदा होती है तथा हम इन इच्छाओं को पुरा करने के लिए निरन्तर प्रयास करते रहते है।
हम जो इच्छाएं करते है उनमें कुछ तो पुरी हो जाती है तथा कुछ अधुरी इच्छाएं मन में लिए हुए हम इस दुनियां से चले जाते है ।
हम हमारी इच्छा पुरी कर सकते है ।how to fulfill your wishes in hindi
इच्छा पूर्ति होने पर हमें सुख प्राप्त होता है तथा इच्छा की पूर्ति नहीं होने पर मन दुखी हो जाता है।
मन चंचल होता है यदि हम मन पर नियंत्रण कर ले तो हम अपनी इच्छाओं पर आसानी से नियंत्रण कर सकते है।
यदि मन हमारे नियंत्रण में नहीं है तो हम इंद्रियो के वश में रहते है। दुनियां का प्रत्येक व्यक्ति यहीं चाहता है कि वह जो इच्छा करता है अर्थात जो सोचता है तथा कल्पना करता है वह इसे मिल जाय।
आपके मन में जिन चीज़ो को प्राप्त करने की इच्छा हो उसे आप निश्चित प्राप्त कर सकते है। परन्तु सोचने की बात है कि आपके मन में इच्छा होते हुए भी आपको प्रत्येक चीज़ क्यों प्राप्त नहीं होती है ?
प्रत्येक व्यक्ति अव्यक्त ब्रहम है अर्थात परमात्मा का अंश है फिर भी 90 प्रतिशत लोग अपनी इच्छाओं को पुरा क्यों नहीं कर पाते है।
व्यक्ति के मन में हजारों इच्छाएं जन्म लेती है व्यक्ति प्रत्येक इच्छा को पूर्ण करना चाहता है
परन्तु जब कोई एक इच्छा पुरी नहीं हुई तो उसका मन टुट जाता है तथा निराशा उसको घैर लेती है
तथा उसके मन में यह धारणा बन जाती है कि वह किसी काम के लायक नहीं है।
हो सकता है मेरे भाग्य में इस इच्छा का पुरा होना नहीं लिखा है या ईश्वर नहीं चाहता की मेरी यह इच्छा पुरी हो ऐसे अनेक मंतव्य उसके मन को कचोटने लगते है।
मेरे एक रिश्तेदार है उनके मन में जवानी में बिजनेस करने की इच्छा थी, वह पेशे से अध्यापक थे उन्होंने एक मित्र के साथ गैस एजेन्सी का बिजनेस प्रारम्भ किया।
सफलता व असफलता तो ज़िन्दगी में आती जाती रहती है
मित्र ने उनकों बिजनेस में धोखा किया। इसके बाद जब भी मिलते दुसरों के सामने बिजनेस की बुराई करते तथा
बार-बार एक ही बात कहते मैने तो एक बार बिजनेस करके देख लिया,बिजनेस में कोई फायदा नहीं होता
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वह इतना अधिक ड़र गए की उन्होंने ज़िन्दगी में फिर कभी भी बिजनेस करने के बारे में नहीं सोचा।
यहां तक की कोई बिजनेस करने की बात करता तो वह उसका आत्मविश्वास तोड़ देते थे।
मेरी भी उनसे एक बार चर्चा हुई तो मैने कहां कि यदि कोई एक व्यक्ति की शादी असफल हो जाए
अर्थात उनमें तलाक हो जाए तो क्या उनकों देखकर दुसरे लोग क्या शादियॉ करना बंद कर देंगे।
सफलता व असफलता तो ज़िन्दगी में आती जाती रहती है असफल होने पर निराश नहीं होना चाहिए तथा पुन: प्रयत्न करना चाहिए
तथा यदि सफलता मिल जाती है तो उस सफलता को बरकरार रखने की कोशिश करनी चाहिये।
हमारे मन में जो इच्छाएं पैदा होती है सभी इच्छाएं पूर्ण होने के लिए ही पैदा होती है,दुनियां में कुछ भी असंभव नहीं है इच्छा हृदय की गहराई से उत्पन्न होती है।
इच्छा पूर्ति के लिए अपनी समस्त शारीरिक एवं मानसिक शक्ति लगायेंगे तो निश्चित सफल होंगे।
तथा अफनी समस्त इच्छाओं को एक साथ पुरा करने का प्रयत्न नहीं करना है वरना आपके मन की शक्ति बंट जायेगी तथा आपकी एक भी इच्छा पूर्ति नहीं होगी।
आपको एक इच्छा पर अपना पुरा ध्यान केंद्रित करना है अर्थात पुरे मनोयोग से अपनी इच्छा पूर्ति में लग जाना है तथा एक इच्छा पुरी होने के पश्चात दुसरी इच्छा पुरी करे।
जैसे-जैसे छोटी-छोटी इच्छाएँ आपकी पुरी होती जायेंगी आप में आत्मविश्वास बढ़ेगा तथा आप बड़ी से बड़ी इच्छा को भी पुरी करने में समर्थ बनेंगे।