Khud ki tarif kare in hindi

खुद की तारीफ करे ! – Khud ki tarif kare in hindi- appreciate yourself

How to appreciate yourself-Khud ki tarif kare in hindi

Khud ki tarif kare in hindi – आज का पोइंट सबसे अलग और अजीब है जैसा कि लिखा हुआ है “खुद की तारीफ करे”….

आप खुद सोचो कि आपने कभी ये सोचा है कि खुद की तारीफ करने से आपको कितने फायदे हो सकते है….

 ये पोइंट पढ़ने में और समझने में जितना आसान सा लगता है उतना ही इसका हमारे जीवन में बहुत ज्यादा महत्व है….

दोस्तों ये बहुत ही बड़ा मुल मंत्र है पर इसका इस्तेमाल करना आपको आना चाहिए…

खुद की तारीफ करने से फायदे-

1) सकारात्मक सोच की वृद्धि ।

2) खुद पर भरोसा जगाना ।

3) खुद से प्यार होना ।

4) तनाव से राहत मिलना ।

5) और सबसे महत्वपुर्ण है परमात्मा प्राप्ति की ओर आगे बढ़ना ।

और भी बहुत से फायदे है….दोस्तों खुद की तारीफ करने से हमारे अंदर जो भी नकारात्मक बातें है उन पर एकदम से विराम लग जाता है….

ओर हमारी भीतरी शक्तियां जाग्रत हो जाती है…ये क्रिया खुद को सर्वस्व बनाने की क्रिया है जिसे आजतक ना तो किसी ने सोचा होगा और ना ही जाना होगा….

ये मेरी क्रिया है जिसने परमात्मा प्राप्ति में मेरी मदद की है….

दोस्तों हमारे अंदर अनंत शक्तियां छिपी हुई है जिसे हम नहीं जानते है और उन शक्तियों को जानने के लिए खुद को जानना बहुत जरूरी है…

क्योंकि परमात्मा कण-कण में विघमान है…हर जीव में विघमान है…और वहीं परमात्मा… हमारे अंदर भी है…तो अगर हमारे अंदर परमात्मा है तो उसकी पुजा करना,उससे प्यार करना बहुत जरूरी है…

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अगर आप खुद से प्यार नही करेंगे खुद की तारीफ नहीं करेंगे तो समझ लेना आप परमात्मा की तारीफ नहीं कर रहे हो…..

दोस्तों में ये बात जानता हूं कि ये बात शायद आपको समझ नही आ रही होगी…पर पर इसे समझने की कोशिश करे….

इसे कुछ दिनों पहले बलदेव जी ने आपको आध्यात्म की बहुत सी बाते कही थी जिसमें उन्होंने बताया था कि अपने शरीर से प्यार करे हमारा शरीर आध्यात्म की सीढ़ी है ….

ओर हमारा शरीर सही तो सब सही…तो दोस्तों बस यही बात है…

अब में आपको बताता हूं कि ये क्रिया कैसे करे नहीं तो पता चला कि दुनियां वालो के सामने आप खुद की तारीफ कर रहे हो और

आपको लोग पागल समझ रहे है ऐसा ना करे दोस्तों नहीं तो मेरे पुरे किए कराये पर पानी फिर जाएगा….

दोस्तों ये पुरी क्रिया आंतरिक क्रिया है जिसे आपको अपने दिमाग,दिल और मन का इस्तेमाल करके करना पड़ेगा…अगर आपने ऐसा नहीं किया तो कोई फायदा नही है….

दुसरी बात की ये क्रिया आप अपने आप से करे अपनी अच्छाईयों को ज्यादा से ज्यादा फोकस करे…

कुछ ना कुछ ऐसा करे जिसमें आप बेहतर है…आपके अंदर अपने आप ही आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा और आप उस तत्व के सम्पर्क में आएंगे जिसे परमात्मा कहते है..

.साथ ही हर बात में अपने मन ही मन खुद की तारीफ करे…अगर आपसे कोई भी काम अगर अच्छा होता है तो खुद को यानि अपने परमात्मा को धन्यवाद करे…फिर देखो क्या होता है….

दोस्तों में आपको बता दूं कि बहुत दिनों पहले मेंने कहा था कि मेंरी आध्यात्मिक पोस्ट आएंगी तो में आपको बता दूं कि मेरी अध्यात्म से रिलेटेड़ ये पहली पोस्ट है

जिसे मेरी सोच और आध्यात्मक दोनो को साथ लेकर लिखा गया है जिससे आपको परमात्मा प्राप्ति में आसानी होगी….

मुझे ये बात पता है कि मेंने बातों ही बातों में बहुत ही बड़ी बात बोल दी है जिसे आपको समझना होगा…और नहीं समझ आया , अगर आपके ज़हन में कोई सवाल है तो आप कमेंट कर सकते है….और पुछ सकते है….

दोस्तों जीवन दर्शन की पोस्टों को समय-समय पर पाने के लिए जीवन दर्शन को सब्सक्राइब कर लीजिए…….

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