बच्चों की तुलना कभी किसी से ना करे-stop comparison of kids in hindi
दोस्तों आज में आपसे जिस पोइंट के बारे में बात करने जा रहा हूं वो बहुत ही सीरियस पोइंट है…ओर हमारे समाज की एक ऐसी बीमारी है… जिसका आज तक कोई निदान नहीं हुआ है और ना ही इस पर कोई विचार कर रहा है…stop comparison of kids in hindi
बहुत से लोग इसके बारे में जानते है पर फिर भी कुछ नहीं कर पा रहे है…
दोस्तों आज का मेरा पोइंट है (तुलना) ….वैसे तो ये तीन शब्द बहुत ही सामान्य लगते है पर…
ये शब्द किसी की ज़िन्दगी बना सकते है तो किसी की बिगाड़ सकते है….दोस्तों इस संसार में जो भी व्यक्ति जन्म लेता है वो किसी ना किसी मकसद से पैदा होता है कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता…
कोई भी कम या ज्यादा नहीं होता…कोई भी कम बुद्धिमान या ज्यादा बुद्धिमान नही होता…
हर कोई अपनी परिस्थिति,वातावरण के अनुसार वो व्यक्ति आगे बढ़ता है ओर सिखता है…
अब में सीधा मेरे पोइंट पर आता हूं…बचपन में माता-पिता अपने बच्चो को दुसरे बच्चों से छोटी-छोटी बातो को लेकर तुलना करते है वो बिलकुल गलत है…
खासकर पढ़ाई के मामले में तो तुलना करते ही है…उसका बच्चा देख वो कितना पढ़ाई करता है…
देख उसका बच्चा कितना समझदार है…देख तुझमें तो कोई दिमाग नहीं है….देख वो हर किसी से कितनी अच्छी तरीके से बात करता है….
दोस्तों में ये बात गारन्टी के साथ कहता हूं कि आपके साथ भी ये हुआ ही होगा पर दोस्तों क्या आपने ये सोचा है कि इस तुलना का आपके बच्चों पर क्या असर होता है….
ऐसी तुलना से बच्चे अपने आप को बहुत कम समझने लगते है…
साथ ही आपके बार-बार कहने पर एक टाइम ऐसा आता है जब आपकी बातो पर इनका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है…
बच्चों की तुलना ना करे-stop comparison of kids in hindi
दुसरा दोस्तों कुछ माता-पिता या दादा-दादी याभी अपने बच्चों की तारीफ दुसरों के सामने करते है ओर अपने बच्चे की पढ़ाई बहुत अच्छी ,अपना बच्चा जो पढ़ाई कर रहा है वो दुसरों से श्रेष्ट है…
ओर भी बहुत सी बाते है जो लोग करते है पर ये बात वे जिन लोगो को कहते है क्या आपको पता है उन बातों का दुसरों पर क्या प्रभाव पड़ता है…
हर किसी कि पढ़ाई श्रेष्ट ही होती है….ऐसा करने से उनका भी खराब लगता है जो तारीफ करते है….
साथ ही दुनिया का दस्तुर है कि अपने बच्चो की तारीफ खुद क्या करे दुनिया वाले अगर तारीफ करे तो काम का….
साथ ही एक खास बात बता दूं कि कौन क्या पढ़ाई कर रहा है उससे कुछ नहीं होता कौन अपने जीवन में क्या बनता है और कितनी सक्सेस पाता है वो देखा जाता है…
जो लोग बच्चो की तुलना करते है वे लोग ये जान ले कि सक्सेस के लिए आत्मविश्वास ओर कुछ कर गुजरने का हौसला होने की जरूरत होती है….
मेरा आप सभी से मेरा निवेदन है कि अगर कभी भी आपकी तुलना किसी से कोई भी करे तो कभी भी बुरा ना माने क्योकि हम लोगो की आदत को नहीं बदल सकते पर हां हम अपने आप को जरूर बदल सकते है
क्या आप जानते हैं कैसे मां बाप अपने बच्चों के लिए दुश्मन से कम नहीं होते..?
ऐसा नहीं है जो तुलना कर रहे है वो बिलकुल गलत है वो आपको हितेषी भी है वो आपका अच्छा चाहते है इसलिए ऐसा कहते है….
जब कभी आपकी तुलना हो तब ये ध्यान दे कि आपको भी बेस्ट होना होगा…
जब कभी आपको लगता है कि आपको कम आंका जा रहा है तब आप जिस किसी फिल्ड़ में हो या कोई भी पढ़ाई कर रहे हो उसमें अपना बेस्ट देने की कोशिश करे….
साथ ही मेंरी बातों को सकारात्मक रूप में ले…नहीं तो उल्टा हो जाएगा….
मेरा मकसद किसी को सही या गलत कहने का नहीं है मेरा मकसद मेंरे पाठकों में एक नयी उमंग,एक नई ऊर्जा भरने का और ज़िन्दगी जीने का तरीका सिखाना है….