Essay on parents in hindi

हमें माता-पिता की सेवा क्यों करनी चाहिये ?।Essay on parents in hindi

हम माता-पिता की सेवा से क्या पाते है ।Essay on parents in hindi

Essay on parents in hindi-जिन्दगी में आप सुखी होना चाहते है , परलोक को भई सुधारना चाहते है तो चौबीस घण्टे में एक बार माता व पिता के चरण स्पर्श करों तथा

यदि माता-पिता जीवित न हो या आप माता-पिता से दुर रहते हो तो मन ही मन में उन्हें याद करके प्रणाम करो।

मैंने लोगो को देखा है वे मंदिर में जाकर भगवान को प्रणाम करते है,राजनीतिक नेताओं के चरण स्पर्श सबके सामने करते है,गुरूओं के भी चरण स्पर्श करते है परन्तु अपने माता-पिता को प्रणाम नहीं करते।

यदि आप माता-पिता की सेवा नहीं कर सकते तो देश न समाज की सेना क्या करोगे। देखा गया है कि कई लोग बिना श्रद्धा के यंत्रवत् माता-पिता के चरण स्पर्श करते है मानो एक औपचारिकता निभा रहे हो।

माता-पिता को प्रणाम करना तभी ये जीवन सार्थक है जब मन में पूर्ण श्रद्धा से चरण स्पर्श किया जाय।

माता-पिता की आज्ञा माननी है उनका दिल नहीं दुखाना है। यदि आप माता-पिता की सेवा करते है तो हमेशा सुखी संपन्न बने रहेंगे।

ज्योतिष भी मानता है कि पिता का कारक सूर्य जाकरहै तथा माता का कारक चन्द्रमा है यदि तुम माता-पिता का आशीर्वाद लेते है तो सूर्य व चन्द्र ग्रह दशा में व गोचर में अच्छा फल देंगे।

Essay on parents in hindi

आप में आत्मविश्वास की वृद्धि होगी तथा मन मजबुत होगा। जिसकी आत्मा व मन मजबुत हो जाय उसे कौन हरा सकता है ।

आजकल के पढ़े लिखे बच्चे माता-पिता की सेवा करने में शर्म महसुस करते है यह अच्छा नहीं है ।

शास्त्रों में बताया गया है पहला गुरू माता,फिर पिता,तीसरा गुरू का नम्बर आता है तथा फिर परमात्मा का नम्बर आता है । यदि तुम भगवान की भक्ति उपासना न करों तो चल सकता है परन्तु माता-पिता का सेवा जरूर करनी चाहिए।

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माता-पिता जाग्रत देव है यदि आप माता-पिता व गुरू के प्रति सच्ची श्रद्धा नहीं रखते तो परमात्मा के प्रति क्या सच्ची श्रद्धा रख पायेंगे। परमात्मा भी आप पर तभी कृपा बरसायेगा जब आप माता-पिता व गुरू की सेवा करोंगे।

भगवान उसकी पुजा कभी स्वीकार नहीं करते जो माता-पिता व गुरू का अपमान करता हो। अनेक यज्ञ करने पर भी जो पुण्य नहीं मिलता वह वृद्ध माता-पिता की सेवा करने पर प्राप्त होता है।

जिन लोगो को माता-पिता की सेवा करने का अवसर प्राप्त होता है वह बहुत भाग्यशाली है यदि आप माता-पिता से दुर रहते है तो भी चौबीस घण्टे में एक बार उनकों याद करके मन ही मन प्रणाम करों।

फोन से उनका हाल चाल जान लो। फोन पर आपके मीठे बोल माता-पिता का हृदय खुशियों से भर देंगे तथा उनका आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा तथा आप सुखी सम्पन्न बनेंगे।

बलदेव रावल

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