संत ज्ञानेश्वर की लीला-sant gyaneshwar in hindi sant gyaneshwar in hindi-चांगदेव नाम के एक हठयोगी थे इन्होंने योग सिद्धि से अनेको सिद्धियाँ प्राप्त कर रखी
Month: June 2018
क्या अंतर आत्मा में बैठा परमात्मा करवाता है पाप ?(Antar aatma in hindi) Antar aatma in hindi- महाभारत में दुर्योधन कहता है कि मैं धर्म
अनहद नाद को कैसे सुने ?-anahat naad anahat naad-नाद को किसी भी अवस्था में अर्थात कुर्सी पर बैठकर, चलते-फिरते,पालथीमार बैठकर तथा सोते-सोते किसी भी स्थति
अनहद नाद क्या है ? (what is anahat naad ? ) अनहद नाद को अनाहत ध्वनि या अनाहत नाद भी कहते है अनाहत ध्वनि को
आप दुनियां से अलग है -you are unique in hindi you are unique in hindi – दोस्तों आपको हर बार किसी ना किसी से मिलने
कभी भी दुःखी हो तो चिंता ना करे..सुबह का इंतजार करे-you are sad in hindi you are sad in hindi-दोस्तों दुःख और तनाव भी हमारे
हनुमान चालीसा (hanuman chalisa meaning in hindi) दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
5 Prerak Prasang of Swami Vivekananda :- भारतीय युवाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है तो वो है स्वामी विवेकानंद। विवेकानंद एक ऐसा व्यक्तितत्व है,
अर्जुन रथ के पिछले भाग में क्यों चले गए ? अध्याय प्रथम का अंतिम श्लोक 47 सञ्जय उवाच एवमुक्त्वाऽर्जुनः संख्ये रथोपस्थ उपाविशत्। विसृज्य सशरं चापं
क्या अर्जुन का युद्ध करने से मना करने का निर्णय सही था ? श्लोक 45 से 46 अहो बत महत्पापं कर्तुं व्यवसिता वयम्। यद्राज्यसुखलोभेन हन्तुं
सनातन कुलधर्म तथा जाति धर्म क्या है ? श्लोक 43 से 44 दोषैरेतैः कुलघ्नानां वर्णसङ्करकारकैः। उत्साद्यन्ते जातिधर्माः कुलधर्माश्च शाश्वताः।।43।। अर्थः- इन वर्णसंकर कारक दोषों से
श्रीमद् भगवद्गीता अध्याय प्रथम श्लोक 41 से 42 पितरों की मुक्ति के लिए क्या करे ? अधर्माभिभवात्कृष्ण प्रदुष्यन्ति कुलस्त्रियः। स्त्रीषु दुष्टासु वार्ष्णेय जायते वर्णसङ्करः।।41।। अर्थः-