संत ज्ञानेश्वर की लीला-sant gyaneshwar in hindi sant gyaneshwar in hindi-चांगदेव नाम के एक हठयोगी थे इन्होंने योग सिद्धि से अनेको सिद्धियाँ प्राप्त कर रखी
क्या अंतर आत्मा में बैठा परमात्मा करवाता है पाप ?(Antar aatma in hindi) Antar aatma in hindi- महाभारत में दुर्योधन कहता है कि मैं धर्म
अनहद नाद को कैसे सुने ?-anahat naad anahat naad-नाद को किसी भी अवस्था में अर्थात कुर्सी पर बैठकर, चलते-फिरते,पालथीमार बैठकर तथा सोते-सोते किसी भी स्थति
अनहद नाद क्या है ? (what is anahat naad ? ) अनहद नाद को अनाहत ध्वनि या अनाहत नाद भी कहते है अनाहत ध्वनि को
आप दुनियां से अलग है -you are unique in hindi you are unique in hindi – दोस्तों आपको हर बार किसी ना किसी से मिलने
कभी भी दुःखी हो तो चिंता ना करे..सुबह का इंतजार करे-you are sad in hindi you are sad in hindi-दोस्तों दुःख और तनाव भी हमारे
हनुमान चालीसा (hanuman chalisa meaning in hindi) दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
5 Prerak Prasang of Swami Vivekananda :- भारतीय युवाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है तो वो है स्वामी विवेकानंद। विवेकानंद एक ऐसा व्यक्तितत्व है,
अर्जुन रथ के पिछले भाग में क्यों चले गए ? अध्याय प्रथम का अंतिम श्लोक 47 सञ्जय उवाच एवमुक्त्वाऽर्जुनः संख्ये रथोपस्थ उपाविशत्। विसृज्य सशरं चापं
क्या अर्जुन का युद्ध करने से मना करने का निर्णय सही था ? श्लोक 45 से 46 अहो बत महत्पापं कर्तुं व्यवसिता वयम्। यद्राज्यसुखलोभेन हन्तुं
सनातन कुलधर्म तथा जाति धर्म क्या है ? श्लोक 43 से 44 दोषैरेतैः कुलघ्नानां वर्णसङ्करकारकैः। उत्साद्यन्ते जातिधर्माः कुलधर्माश्च शाश्वताः।।43।। अर्थः- इन वर्णसंकर कारक दोषों से
श्रीमद् भगवद्गीता अध्याय प्रथम श्लोक 41 से 42 पितरों की मुक्ति के लिए क्या करे ? अधर्माभिभवात्कृष्ण प्रदुष्यन्ति कुलस्त्रियः। स्त्रीषु दुष्टासु वार्ष्णेय जायते वर्णसङ्करः।।41।। अर्थः-